
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) भारत में कर सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे 1 जुलाई 2017 को लागू किया गया था। यह एक बहु-स्तरीय, गंतव्य-आधारित कर प्रणाली है, जो विभिन्न अप्रत्यक्ष करों को एकीकृत कर सरल और पारदर्शी बनाती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि जीएसटी कितने प्रकार की होती है? भारत में जीएसटी के चार प्रमुख प्रकार होते हैं, और इसके साथ-साथ इसकी विभिन्न दरें और रिटर्न के प्रकार भी होते हैं।
इस लेख में, हम विस्तार से समझेंगे कि अंग्रेजी में जीएसटी कितने प्रकार की होती है, जीएसटी की दरें कितने प्रकार की होती हैं और जीएसटी रिटर्न कितने प्रकार की होती हैं।
जीएसटी कितने प्रकार की होती है?
भारत में जीएसटी को चार प्रमुख भागों में विभाजित किया गया है, जो इस प्रकार हैं:
1. केन्द्रीय जीएसटी (CGST)
2. राज्य जीएसटी (SGST)
3. एकीकृत जीएसटी (IGST)
4. केंद्र शासित प्रदेश जीएसटी (UTGST)
1. केन्द्रीय जीएसटी (CGST)
CGST केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाने वाला कर है। यह कर उन वस्तुओं और सेवाओं पर लागू होता है जो एक ही राज्य के भीतर बेची जाती हैं। CGST से प्राप्त राजस्व केंद्र सरकार के पास जाता है।
2. राज्य जीएसटी (SGST)
SGST राज्य सरकार द्वारा लगाया जाता है। जब कोई व्यापार एक ही राज्य के भीतर होता है, तो CGST के साथ-साथ SGST भी लागू होता है। इसका राजस्व संबंधित राज्य सरकार के पास जाता है।
3. एकीकृत जीएसटी (IGST)
IGST उन वस्तुओं और सेवाओं पर लागू होता है जो एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजी जाती हैं। इसका संग्रह केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है और बाद में इसे संबंधित राज्य सरकार को वितरित किया जाता है।
4. केंद्र शासित प्रदेश जीएसटी (UTGST)
UTGST केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होने वाला जीएसटी है। यह SGST के समान है, लेकिन केंद्र शासित प्रदेशों में इसे केंद्र सरकार के माध्यम से एकत्र किया जाता है।
जीएसटी की दर कितने प्रकार की होती है?
भारत में जीएसटी की दरें चार प्रमुख श्रेणियों में विभाजित हैं:
1. 5% जीएसटी दर
इस दर को आवश्यक वस्तुओं पर लागू किया जाता है, जैसे कि रोजमर्रा की जरूरत की चीजें। इसमें खाने-पीने की कुछ वस्तुएं, रेलवे टिकट, कुछ दवाइयां आदि शामिल हैं।
2. 12% जीएसटी दर
इस दर को मध्यम स्तर की वस्तुओं और सेवाओं पर लागू किया जाता है, जैसे कि प्रोसेस्ड फूड, टेलीकॉम सेवाएं, और कुछ फर्नीचर आइटम।
3. 18% जीएसटी दर
यह दर अधिकांश सेवाओं और औद्योगिक उत्पादों पर लागू होती है, जैसे मोबाइल फोन, होटल सेवाएं, और रेस्तरां।
4. 28% जीएसटी दर
यह उच्चतम टैक्स स्लैब है और इसे लक्जरी वस्तुओं और नुकसानदायक उत्पादों पर लागू किया जाता है, जैसे कि कार, सिगरेट, एसी, और पान मसाला।
इसके अलावा, कुछ वस्तुएं ऐसी भी हैं जिन पर कोई जीएसटी नहीं (0%) लागू होता है, जैसे कि ताजे फल और सब्जियां, दूध, अंडे और दालें।
जीएसटी रिटर्न कितने प्रकार की होती है?
जीएसटी के तहत व्यापारियों और कंपनियों को विभिन्न प्रकार के रिटर्न दाखिल करने होते हैं। जीएसटी रिटर्न कितने प्रकार की होती है? इसका उत्तर यह है कि जीएसटी के तहत कई प्रकार की रिटर्न फाइल की जाती हैं, जो व्यापार के प्रकार और प्रकृति पर निर्भर करती हैं।
1. GSTR-1
यह मासिक रिटर्न होती है, जिसमें व्यापारियों को अपनी बिक्री का विवरण देना होता है।
2. GSTR-2A & GSTR-2B
GSTR-2A एक ऑटो-ड्राफ्टेड रिटर्न होती है, जिसमें खरीदार की खरीद का विवरण होता है। GSTR-2B स्थायी रूप से उपलब्ध डेटा प्रदान करती है।
3. GSTR-3B
यह एक संक्षिप्त मासिक रिटर्न है, जिसमें कुल बिक्री, खरीद और टैक्स का विवरण दिया जाता है।
4. GSTR-4
यह तिमाही रिटर्न है, जिसे कंपोजीशन स्कीम के तहत पंजीकृत व्यापारियों को फाइल करना होता है।
5. GSTR-5
यह रिटर्न विदेशी व्यापारियों के लिए होती है जो भारत में जीएसटी के तहत काम कर रहे हैं।
6. GSTR-6
यह इनपुट सर्विस डिस्ट्रीब्यूटर (ISD) द्वारा फाइल किया जाता है।
7. GSTR-7
यह टीडीएस (TDS) काटने वाले कारोबारियों द्वारा फाइल की जाती है।
8. GSTR-8
यह ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म द्वारा फाइल की जाने वाली रिटर्न होती है।
9. GSTR-9
यह वार्षिक रिटर्न होती है, जिसमें पूरे वित्तीय वर्ष की बिक्री और खरीद का सारांश दिया जाता है।
10. GSTR-10
यह रिटर्न उन कारोबारियों द्वारा दाखिल की जाती है जो अपना जीएसटी पंजीकरण रद्द कर चुके हैं।
11. GSTR-11
यह विदेशी राजनयिकों द्वारा फाइल किया जाता है जो भारत में जीएसटी छूट का दावा करते हैं।
निष्कर्ष
भारत में जीएसटी प्रणाली को चार प्रमुख भागों में विभाजित किया गया है – CGST, SGST, IGST और UTGST। इसके अलावा, जीएसटी दर कितने प्रकार की होती है इसका उत्तर यह है कि यह चार मुख्य श्रेणियों (5%, 12%, 18%, और 28%) में विभाजित है।
साथ ही, जीएसटी रिटर्न कितने प्रकार की होती है यह व्यापार की प्रकृति पर निर्भर करता है, और इसके विभिन्न प्रकार मौजूद हैं जैसे GSTR-1, GSTR-3B, GSTR-9 आदि।
जीएसटी प्रणाली ने भारत में कराधान को अधिक सरल, पारदर्शी और व्यापार-अनुकूल बना दिया है। यदि आप एक व्यापारी हैं, तो जीएसटी के नियमों और उसके प्रकारों की पूरी जानकारी होना आवश्यक है ताकि आप कराधान से संबंधित किसी भी परेशानी से बच सकें।
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